Middlemen dominate Katni grain market, buying farmers’ crops at low prices.
कटनी। अपने खून पसीने की कमाई को लेकर अन्नदाता परेशान हैं और जिम्मेदार कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं कृषि उपज मंडी कटनी में भी बिचौलिये हावी हैं और कम दामों पर धान खरीदी कर रहे हैं जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है कृषक राजेंद्र यादव, जुगलकिशोर यादव, मदन यादव, अरविंद हल्दकार सहित अन्य किसानों का कहना है कि रबी सीजन कृषि कार्य के लिए पैसो की नितांत आवश्यकता है, लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीदी अभी शुरू न होने से व्यापारी कम दामों पर धान खरीदी कर रहे है! समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 2300 रूपये मे की जानी है, लेकिन व्यापारी मौके का फायदा उठाकर 1800 व 1900 रूपये प्रति क्विंटल खरीदी कर रहे है! जिससे किसानों को प्रति क्विंटल 400 से 500 का घाटा सहना पड़ता है! क्योंकि किसानों को रबी सीजन कृषि कार्य के लिए रुपयों की जरूरत है तो मज़बूरी मे कम दामों पर धान विक्रय करना पड़ रहा है! शासन स्तर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की प्रक्रिया 2 दिसंबर से की जानी है जब तक गेंहू की बोवनी पूर्णता की ओर होगी! क्योंकि नवंबर माह समाप्ति तक गेंहू की बोवनी 80 फीसदी हो जाती है! इस स्थिति के चलते धान विक्रय न होने से लागत राशि की व्यवस्था न होने से कृषि कार्य डगमगाया हुआ है! किसान अपनी धान की उपज को सुरक्षित रखने खेत-खलिहानो मे रतजगा कर तकवारी कर रहे है!
रबी सीजन कृषि कार्य बहोरीबंद विकासखंड मे रबी सीजन कृषि कार्य 28 हजार हैक्टेयर मे होगा, जिसका लक्ष्य कृषि विभाग ने निर्धारित किया है! दलहन-तिलहन फसलों की बोवनी अंतिम दौर पर है तो गेंहू बोवनी कार्य भी जारी हो गया है!
इनका कहना है-
पीयूष शुक्ला कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान उपज की समर्थन मूल्य पर शासन आदेशानुसार 2 दिसंबर से शुरू होगी ! समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रक्रिया के लिए उपार्जन केंद्रों का निर्धारण किया गया है! उपार्जन प्रक्रिया शासन स्तर से प्राप्त नियमों का पालन हो इसके लिए जल्द खरीदी प्रभारियों की बैठक लेकर दिशा निर्देश दिए जायेंगे !
इनका कहना है
अभी मैं यात्रा की स्थिति को देख रहा हूं शहर में मंडी की व्यवस्था अभी जाऊंगा को देखूंगा
अजीत तिवारी प्रभारी अधिकारी गल्ला मंडी कटनी