ASI team reached Bhojshala on the fourth day to survey, police banned these things
भोजशाल को लेकर हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोगों की तरफ से अलग-अलग दावे किए जाते रहे हैं. बीते दिनों एमपी हाईकोर्ट ने एएसआई को भोजशाला का साइंटिफिक सर्वे करने का आदेश दिया है.
धार ! प्रदेश के धार जिला स्थित भोजशाला में एएसआई की टीम चौथे दिन यानी सोमवार (25 मार्च) को भी सर्वे करने पहुंची. एएसआई ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के निर्देश पर भोजशाला कांप्लेक्स का बीते शुक्रवार (22 मार्च) से पुलिस और प्रशासन की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सर्वे का कार्य शुरू किया था.
प्रदेश हाई कोर्ट की इंदौर बेंच ने एएसआई को भोजशाला का सर्वे करने का आदेश दिया था. भोजशाला को लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि ये वाग्देवी मंदिर (सरस्वती मंदिर) है, जबकि मुस्लिम का पक्ष का कहना है कि यह कमाल मौला मस्जिद है. इसके बाद साल 2023 में एक नियम बनाया गया है. हिंदू समुदाय के लोगों को भोजशाल में प्रत्येक मंगलवार को सुबह से शाम तक पूजा करने की और शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय को दोपहर 1 से 3 बजे के बीच जुमे की नमाज अदा करने की इजाजत दी गई है.
भोजशाल में इन कामों पर रहेगी पाबंदी
धार एसपी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि मौके पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. सर्वे की गोपनीयता को बरकरार रखने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं. सर्वे के दौरान ड्रोन का इस्तेमाल के साथ, फोटो या वीडियो लेने पर पाबंदी लगाई गई है. उन्होंने बताया कि इस तरह की फोटो या वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. रविवार को एएसाई के अधिकारियों ने करीब नौ घंटे तक भोजशाला कांप्लेक्स का सर्वे किया था. सर्वे का काम अगले कुछ दिनों तक तेजी से चलेगा.
29 अप्रैल को पेश की जाएगी सर्वे रिपोर्ट
बीते दिन यानी रविवार (24 मार्च) को दिल्ली और भोपाल के एएसआई अधिकारियों की मौजूदगी में सर्वे का काम किया गया. जहां अधिकारियों ने मजदूरों की मदद से एक ब्लॉक को करीब 6 फीट और अन्य ब्लॉक की दो से तीन फीट खुदाई की. मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने एएसआई को भोजशाल के 50 मीटर के दायरे में सर्वे करने का आदेश दिया है. कोर्ट ने इसके लिए 6 हफ्ते का वक्त दिया है, सर्वे रिपोर्ट को आगामी 29 अप्रैल को कोर्ट की सामने पेश किया जाएगा. भोजशाला में साइंटिफिक सर्वे के दौरान सर्वे फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी की जा रही है.