network of illegal pathology and medical stores in the city, administration tightens its grip on 8 pathology stores, pathologists missing, orders to close them.
कटनी। पैथोलॉजी सेंटरों को बंद करने के आदेश से हड़कंप मच गया है। एसडीएम के आदेश के बाद सीएमएचओ डॉ. आरके आठ्या ने मंगलवार शाम आदेश जारी करते हुए 24 घंटे के अंदर संचालन बंद करने को कहा गया है। आदेश में कहा गया है है कि संचालन होना पाया गया तो कार्रवाई होगी। इन पैथोलॉजी सेंटरों में लगाना है ताला।
एसडीएम के पत्र में गर्ग चौराहा स्थित आयुष पैथोलॉजी, आदर्श कॉलोनी स्थित बालाजी पैथोलॉजी, नेमा पैथोलॉजी, आजाद चौक स्थित अदीति पैथोलॉजी, भट्टा मोहल्ला स्थित गणेश पैथोलॉजी, माधवनगर स्थित गुरू पैथोलॉजी, चांडक चौक स्थित जालपा मेडिकल व गगै चौराहा स्थित राधिका पैथोलॉजी को सौंप था। पत्र के आधार पर CMHO द्वारा बनाई गई टीम ने इस कार्यवाही को अंजाम दिया है। जब पैथोलॉजी की जांच हुई, कुछ पैथोलॉजी नहीं खुली, हड़कंप की स्थिति मची हुई है नियम विरूद्ध तरीके से दे रहे जांच रिपोर्ट बंद करने के आदेश दिए गए थे। जिसके परिपालन में सीएमएचओ ने आदेश जारी किए हैं। 9 अगस्त को 3 जांच दल ने किया था निरीक्षण अवैध पैथोलॉजी सेंटरों की जांच पड़ताल के लिए गत 9 अगस्त को शासन द्वारा 3 जांच दल गठित किए गए थे। जिसमें एक डॉक्टर व एक तहसीलदार को शामिल किया गया था। इस जांच दल ने 8 पैथोलॉजी की जांच की थी। जांच में पाया था कि पैथोलॉजी में अनुबंधित डॉक्टर मौके पर मौजूद नहीं है। जबकि उन्हें मौके पर रहना चाहिए। उसके बाद भी दल ने रूख नरम रखा और पैथोलॉजी से अनुबंधित डॉक्टरों को समझा उपस्थित होने का मौका दिया लेकिन कोई भी डॉक्टर नहीं आए। इसके बाद टीम ने इन 8 पैथोलॉजी का जांच प्रतिवेदन एसडीएम को जिला प्रशासन द्वारा की गई जांच में दो पैथोलॉजी सेंटर में तो बाहर के पैथालॉजिस्ट मिले। ये नोएडा, गुजरात और इंदौर में काम कर रहे हैं। बावजूद इसके शहर में उनके नाम से गंभीर अनियमितता हो रही है। कुछ पैथोलॉजी लैब में मरीजों की सीबीसी, विडाल, यूरिन, शुगर, मलेरिया, D3, विटामिन B और अन्य जांच रिपोर्ट डिजिटल साइन के जरिए जारी की जा रही हैं। इन पैथोलॉजी की हुई जांच शहर में संचालित होने वाली 8 पैथोलॉजी। जांच में पाया गया कि कई पैथोलॉजी लैब में अप्रशिक्षित युवक और युवतियां बिना किसी खास योग्यता के मरीजों की जांच कर रहे हैं। ये लोग केवल अंदाजे से बीमारियां तय कर रहे हैं और रिपोर्ट जारी कर रहे हैं, जिससे मरीजों की जान खतरे में पड़ रही है। यह भी पाया गया कि कई मामलों में पैथोलॉजिस्ट या तो लैब में मौजूद नहीं होते हैं, या फिर उनके द्वारा सिर्फ किए हुए हस्ताक्षर होते हैं। हाई तकनीक की मशीनों का हवाला देकर कर्मचारियों से ही जांच कराई जा रही है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विभाग से अवैध पैथोलॉजी सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।
इस पर हमारी टीम ने कटनी SDM श्री प्रदीप मिश्रा से बात की एवं कटनी शहर में चल रही मेडिकल स्टोर्स पर भी कार्यवाही करने का आग्रह किया, कटनी शहर में अधिकांश संचालित मेडिकल संस्थान भी BPharma की डिग्री किसी ओर की है और संचालन कोई ओर रहा है। जिनकी बीफार्मा की डिग्री लगी है वह किसी दूसरे शहर में कार्य कर रहे है। ड्रग इंस्पेक्टर मनीषा धुर्वे को फोन लगाने पर मैडम कभी फोन नहीं उठती।
इन्होंने कहा
अभी शहर की आठ पैथोलॉजी को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं आगे मेडिकल संस्थानों पर भी कार्यवाही की जाएगी।
प्रदीप मिश्रा एसडीएम कटनी