तीसरे विश्व युद्ध की आहट से भारतीय शेयर बाजार सहम गया, निवेशकों को भारी नुकसान

नई दिल्ली
तीसरे विश्व युद्ध की आहट से आज (3 अक्टूबर) भारतीय शेयर बाजार सहम गया, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। ईरान-इजराइल के बमों से भड़की आग से निवेशकों के करीब 10 लाख करोड़ रुपए स्वाहा हो गए। आज सेंसेक्स में 2.10% की गिरावट दर्ज की गई, जिसमें यह 1,769.77 अंक टूटकर 82,497 पर बंद हुआ। इसी तरह, निफ्टी भी 2.12% गिरकर 25,250  पर बंद हुआ। इस बिकवाली से मार्केट के बड़े दिग्गज अंबानी-अडानी से लेकर टाटा तक सबके लाखों करोड़ स्वाहा हो गए।

अंबानी-अडानी-टाटा सब फेल
बाजार में जारी बिकवाली के चलते अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 3.95% की गिरावट आई, जिसके बाद कंपनी का शेयर 2,813.95 पर चला गया। वहीं हाल टाटा ग्रुप की कंपनियों के साथ भी रहा। टीसीएस के शेयर में 1.29% की गिरावट देखी गई, जिसके बाद शेयर 4,232 रुपए पर कारोबार बंद किया। ईरान में चाबहार पोर्ट को मैनज कर रही भारत की लार्ज कैप कंपनी अडानी पोर्ट के शेयर में भी 2.82% की गिरावट देखी गई, जिसके बाद वह 1,426 पर कारोबार बंद किया। 
एक अक्टूबर को बाजार बंद होने पर बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 4,74,86,463.65 लाख करोड़ रुपए था जबकि आज बाजार बंद होने पर 4,65,07,685.08 लाख करोड़ रुपए रह गया। जिस कारण निवेशकों को 978,778.57 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।

क्यों आई ये गिरावट?
बाजार में जारी इस गिरावट के पीछे एक बड़ा कारण इजरायल और ईरान के बीच जंग का ऐलान हो जाना है। बता दें कि इजराइल और हिजबुल्ला के बीच जारी जंग में ईरान की एंट्री ने जियो-पॉलिटिकल टेंशन को और बढ़ा दिया है। दरअसल, ईरान ने इजराइल पर जबरदस्त पलटवार करते हुए 1 अक्टूबर की रात में एक के बाद एक 150 से अधिक मिसाइलें दाग दी। हमले के बाद इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि ईरान को इस हमले के बुरे परिणाम भुगतने होंगे। फिर इजराइल के तरफ से जवाबी हमले शुरू कर दिए गए। इसने ना सिर्फ भारतीय बाजार को घूटने पर लाया बल्कि अमेरिकी बाजार में भी बिकवाली ला दी।

सेबी का फरमान पड़ा भारी
फ्यूचर्स एंड ऑप्शन यानी F&O ट्रेड को लेकर मार्केट रेगुलेटर सेबी ने बड़े बदलाव का ऐलान कर दिया है। SEBI ने 1 अक्टूबर की शाम को सर्कुलर भी जारी कर दिया। इसके तहत इंट्रा-डे पोजिशन लिमिट की निगरानी होगी। डेरिवेटिव्स मिनिमम ट्रेडिंग अमाउंट भी बढ़ा दी गई है। दरअसल, मार्केट रेगुलेटर डेरिवेटिव्स फ्रेमवर्क को सख्त कर रहा है। F&O से जुड़े ज्यादातर नए बदलाव 20 नवंबर से ही लागू होंगे। इंडेक्स ऑप्शन बायर्स से अपफ्रंट ऑप्शन प्रीमियम लिया जाएगा।

ऑप्शन एक्सपायरी के दिन शॉर्ट ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए 2% का एडिशनल मार्जिन लिया जाएगा। सेबी ने डेरिवेटिव्स के लिए मिनिमम ट्रेडिंग अमाउंट को भी बढ़ा दिया है। इसे 5 लाख रुपए से बढ़ाकर 15 लाख रुपए कर दिया है। अब हर हफ्ते एक एक्सचेंज की सिर्फ एक वीकली एक्सपायरी होगी। साथ ही एक्सपायरी के दिन ज्यादा मार्जिन देना होगा। इसके तहत शॉर्ट पोजिशन पर 2% एक्सट्रीम लॉस मार्जिन (ELM) मार्जिन देना होगा।

इन सेक्टर्स के शेयर में दिखी बिकवाली
    ऑटो शेयरों में मारुति के शेयर में 4.26% की गिरावट आई और वे 12,605 रुपए पर आ गए, जबकि उनका पिछला बंद भाव 13,167 रुपए था। कंपनी के करीब 0.17 लाख शेयरों का कारोबार हुआ, जिससे 22.12 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ।
    एशियन पेंट्स का शेयर 4% की गिरावट के साथ 3145 रुपए पर आ गया, जबकि उनका पिछला बंद भाव 3277 रुपए था। कंपनी के करीब 0.50 लाख शेयरों का कारोबार हुआ, जिससे 15.83 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ।
    बीएसई पर लार्सन एंड टुब्रो के शेयर 4.15% की गिरावट के साथ 3500 रुपए पर आ गए, जबकि उनका पिछला बंद भाव 3651.50 रुपए था। कंपनी के करीब 1.44 लाख शेयरों का कारोबार हुआ, जिससे 50.79 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ। कंपनी का मार्केट कैप घटकर 4.81 लाख करोड़ रुपए रह गया।
    बीएसई पर एक्सिस बैंक के शेयर 1225.90 रुपए के पिछले बंद भाव के मुकाबले 3.75% गिरकर 1179.60 रुपए पर आ गए। कंपनी के करीब 0.90 लाख शेयरों का कारोबार हुआ, जिससे 10.78 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ। बैंक का मार्केट कैप गिरकर 3.68 लाख करोड़ रुपए रह गया।

 

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *