5 year record of rain broken in Bhopal: hailstorm also fell along with strong storm
भोपाल में मंगलवार दोपहर 3.30 बजे के बाद अचानक मौसम बदला और तेज आंधी के साथ बारिश हुई। लालघाटी, कोलार इलाके में छोटे आकार के ओले भी गिरे हैं। कई इलाकों में बिजली गुल हो गई, टीन शेड उखड़ गए। बीजेपी ऑफिस के बाहर लगे फ्लैक्स-बैनर भी उड़ गए। कई इलाकों में पेड़ भी गिरे हैं। इस कारण
पीएचक्यू ऑफिस के पास और अयोध्या बायपास समेत कई जगहों पर गाड़ियां रेंगती हुई गुजरी। इससे पहले साल 2018 में फरवरी महीने में आखिरी बार बारिश हुई थी। मंगलवार को बारिश होते ही 5 साल का रिकॉर्ड भी टूट गया है।
74 KM प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं
भोपाल में 3 से 4 बजे के बीच 74 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। हवा की यह रफ्तार राजा भोज एयरपोर्ट के एटीसी टॉवर में रिकार्ड की गई। एयरपोर्ट स्थित एटीसी कंट्रोल रूम की रिपोर्ट के अनुसार हवाएं उत्तर से दक्षिण की ओर चली।
इसलिए बदला मौसम
IMD, भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया, बिहार के आसपास और छत्तीसगढ़ से तेलंगाना तक भी ट्रफ लाइन गुजर रही है। प्रति चक्रवात की वजह से आंधप्रदेश और ओडिशा तट के आसपास हवाएं भी चल रही हैं। जिससे मध्यप्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्से में नमी आ रही है। इस कारण बारिश, ओले और आंधी का दौर चल रहा है।
गर्मी, बारिश और ठंड का रहता है ट्रेंड
राजधानी में फरवरी के महीने में रात में ठंड, दिन में गर्मी और बारिश होने का ट्रेंड है। पिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डाले तो 20 फरवरी के बाद दिन का टेम्प्रेचर 43 31 डिग्री के पार पहुंच जाता है। वहीं, रातें भी ठंडी रहती हैं। इस बार भी अब तक ऐसा ही मौसम रहा। कई दिन तक पारा 30 डिग्री के पार ही रहा। हालांकि, पिछले पांच साल से बारिश नहीं हुई है, लेकिन इस बार मौसम विभाग ने बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के अनुसार, 74 साल पहले 11 फरवरी 1950 की रात में टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 1.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। वहीं, पिछले 10 साल में पारा सामान्य से 2 से 6 डिग्री तक कम रहता है।