भोपाल। मध्य प्रदेश के सीनियर आईपीएस और वर्तमान में मप्र पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन के चेयरमैन कैलाश मकवाना सुर्खियों में है. उन्होंने ट्वीट कर भ्रष्टाचार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने लिखा है कि सरकारी योजनाओं का क्रिन्यान्वयन गायब है, भ्रष्टाचार ने सिस्टम को कैंसर की तरह जकड़ लिया है. उन्होंने कहा कि तमाम विभागों में दर्जनों अच्छी सरकारी योजनाएं हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर उनका क्रियान्वयन आज भी गायब है, दुर्भाग्य से भ्रष्टाचार ने कैंसर की तरह जकड़ लिया है, इसके बाद आईपीएस कैलाश मकवाना दूसरे अधिकारियों का सलाह देते हुए लिखते हैं कि हर स्तर पर अच्छा काम करते रहे. हालांकि इस ट्वीट के बाद मध्य प्रदेश कैडर के किसी भी आईपीएस या आईएएस अधिकारी ने न तो समर्थन किया और न ही राय दी. टिप्पणी करने के बाद मकवाना ने सिविल सर्विसेस की ट्रेनिंग और जांच करने की एजेंसियों को भी टैग किया. लाल बहादुर शास्त्री एकेडमी नेशनल एकेडमी आफ एडमिनिस्ट्रेशन (एनबीएसएनएए), सरदार वल्लभभाई पटेल नेशनल पुलिस एकेडमी (एसवीपीएनपीए) और सेंट्रल विजिलेंस कमीशन (सीवीसी) को भी भ्रष्टाचार के मामले में सुधार कराने की सिफारिश कर दी. झारखंड कैडर की महिला आईएएस की पोस्ट पर उन्होंने यह प्रतिक्रिया दी है.
लोकायुक्त से हटाए जाने के बाद से नाराज!
लोकायुक्त से हटाए जाने के बाद मकवाना नाराज बताए जा रहे हैं. यहां बता दें कि सीनियर आईपीएस कैलाश मकवाना लोकायुक्त पुलिस संगठन में स्पेशल डीजी के पदस्थी के दौरान काफी कार्रवाई हुई, हालांकि सरकार ने वहां से उन्हें हटा दिया।